🔷 इस प्रसंग में एक बड़ी प्यारी कथा है। यह कथा उत्तर भारत के सुविख्यात सन्त बाबा नीम […]
गुरु
जो यह कहते हैं कि विवेकबुद्धि की तराजू पर तोलना मूर्खता है, वे निश्चय अदूरदर्शी है
जो यह कहते हैं कि विवेकबुद्धि की तराजू पर तोलना मूर्खता है, वे निश्चय अदूरदर्शी है। मान लीजिए, […]
मैने ब्रम्हलीन पूज्य गुरुदेव भगवन से जिज्ञासा
ॐ नारायण हरि: — दोस्तो मैने ब्रम्हलीन पूज्य गुरुदेव भगवन से जिज्ञासा जाहिर की , कि ” प्रभु […]
श्रीशंकराचार्य वेद-वेदांत-विज्ञान
दर्शन शास्त्र ~~ १ . सांख्य दर्शन == भगवान् कपिल ने सांख्यशास्त्र का प्रणयन किया है। इसमें “त्रिविधदुःखात्यन्तनिवृत्तिरत्यन्तपुरुषार्थ:” […]
वेदों का परिमाण तथा स्वरूप
वैदिक सनातन धर्म का मूल स्रोत वेद है। इस वैदिक सनातन धर्म से समस्त जगत् के अनेक सम्प्रदाय […]
किसी भी युग को कृष्ण यूँ ही नहीं मिल जाते।हर सभ्यता कृष्ण को जन्म देने का मूल्य चुकाती है।
किसी भी युग को कृष्ण यूँ ही नहीं मिल जाते।हर सभ्यता कृष्ण को जन्म देने का मूल्य चुकाती […]
गुरु का जीवन में बहुत ही अधिक महत्व है चाहे वो लोग सांसारिक हो चाहे सन्यासी गुरु सबको बनाना चाहिए ।
गुरु का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि जितने भी अवतार हुए भगवान के उन्होंने […]
जब आपका समर्पण भाव श्रद्धा भाव पूर्ण हो जाता है। सत्य में गुरु सर्वोपरि हो जाता है।
जब आपका समर्पण भाव श्रद्धा भाव पूर्ण हो जाता है। सत्य में गुरु सर्वोपरि हो जाता है। कोई […]
गुरु बनना बहुत आसान है लेकिन गुरु के कर्तव्य बहुत कठिन होते है।
गुरु बनना बहुत आसान है लेकिन गुरु के कर्तव्य बहुत कठिन होते है। गुरु अपने शिष्य का संतान […]