ॐ नारायण हरि: — दोस्तो मैने ब्रम्हलीन पूज्य गुरुदेव भगवन से जिज्ञासा जाहिर की , कि ” प्रभु […]
वेद
श्रीशंकराचार्य वेद-वेदांत-विज्ञान
दर्शन शास्त्र ~~ १ . सांख्य दर्शन == भगवान् कपिल ने सांख्यशास्त्र का प्रणयन किया है। इसमें “त्रिविधदुःखात्यन्तनिवृत्तिरत्यन्तपुरुषार्थ:” […]
वेदों का परिमाण तथा स्वरूप
वैदिक सनातन धर्म का मूल स्रोत वेद है। इस वैदिक सनातन धर्म से समस्त जगत् के अनेक सम्प्रदाय […]
गुरु का जीवन में बहुत ही अधिक महत्व है चाहे वो लोग सांसारिक हो चाहे सन्यासी गुरु सबको बनाना चाहिए ।
गुरु का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि जितने भी अवतार हुए भगवान के उन्होंने […]